
परिचय: सिनेमा के आइकन की हानि
कोटा श्रीनिवासा राव, भारतीय सिनेमा में असाधारण प्रतिभा और बहुमुखी प्रदर्शन के लिए प्रसिद्ध एक नाम, ने लाखों दिलों पर एक अमिट छाप छोड़ी। उनकी अचानक मृत्यु ने मनोरंजन की दुनिया में हलचल मचा दी है, और प्रशंसक, सहयोगी और उद्योग शोक में डूब गए हैं। नकारात्मक और सकारात्मक दोनों प्रकार की भूमिकाओं को समान कुशलता से निभाने की उनकी अद्वितीय क्षमता के कारण कोटा श्रीनिवासा राव की अनुपस्थिति सिनेमा की दुनिया के लिए एक बड़ा नुकसान है।
कोटा श्रीनिवासा राव का प्रारंभिक जीवन और करियर
कोटा श्रीनिवासा राव का जन्म 10 जुलाई 1947 को कोटा, आंध्र प्रदेश के एक छोटे से शहर में हुआ था। अभिनय की दुनिया में उनका कदम थियेटर से शुरू हुआ, जहां उन्होंने अपने कौशल को निखारा और फिर फिल्मों में अपनी पहचान बनाई। उन्होंने 1977 में तेलुगू फिल्म उद्योग में अपने करियर की शुरुआत की, और उसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
अपने करियर के दौरान, वे तेलुगू, तमिल और हिंदी फिल्म उद्योगों में सबसे अधिक मांग वाले पात्र अभिनेता बन गए। खलनायक से लेकर हास्य पात्रों तक की भूमिका में उनकी असाधारण प्रतिभा ने उन्हें एक अद्वितीय स्थान दिलाया।
कोटा श्रीनिवासा राव का भारतीय सिनेमा में योगदान
कोटा श्रीनिवासा राव का भारतीय सिनेमा में योगदान सच में अद्वितीय है। उन्होंने 500 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया और दक्षिण भारतीय फिल्म उद्योग में सबसे प्रतिष्ठित अभिनेता के रूप में अपनी पहचान बनाई। चाहे वह खलनायक की भूमिका हो, हास्य पात्र हो, या गंभीर भावनात्मक दृश्य, कोटा के अभिनय ने दर्शकों पर गहरी छाप छोड़ी।
भारतीय सिनेमा में उनके प्रसिद्ध किरदार
- क्षणा क्षणा (1991) – इस फिल्म में एक कठोर खलनायक के रूप में उनकी भूमिका ने पूरे भारत में दर्शकों का दिल जीता।
- क्रिमिनल (1995) – इस फिल्म में खलनायक के रूप में कोटा का अभिनय अत्यधिक सराहा गया, जिससे उनकी स्थिति उद्योग में और मजबूत हुई।
- जलसा (2008) – हाल के वर्षों में उनके द्वारा निभाए गए कुछ यादगार किरदारों में से एक, कोटा की हास्य और गहन चरित्र में अद्भुत प्रदर्शन ने दर्शकों का दिल जीत लिया।
कोटा श्रीनिवासा राव का व्यक्तिगत जीवन और धरोहर
हालाँकि कोटा श्रीनिवासा राव अपने ऑन-स्क्रीन व्यक्तित्व के लिए जाने जाते थे, उनका ऑफ-स्क्रीन व्यवहार भी उतना ही सराहा गया। वे एक पारिवारिक व्यक्ति थे और उनकी विनम्रता और जमीन से जुड़ी हुई स्वभाव के लिए वे प्रसिद्ध थे। उनके योगदान भारतीय सिनेमा में हमेशा प्रेरणा का स्रोत बने रहेंगे।
उनकी मृत्यु ने भारतीय सिनेमा के एक युग का अंत कर दिया है, और उन्हें न केवल उनके शानदार अभिनय के लिए बल्कि उनके अच्छे दिल और उदारता के लिए भी याद किया जाएगा।
मृत्यु और श्रद्धांजलियाँ: कोटा श्रीनिवासा राव को याद करते हुए
कोटा श्रीनिवासा राव 12 जुलाई 2025 को 78 वर्ष की आयु में एक लंबी बीमारी के बाद निधन कर गए। उनकी मृत्यु ने फिल्म उद्योग और उनके प्रशंसकों को गहरे शोक में डुबो दिया है। फिल्मी दुनिया के सितारों, फिल्म निर्माताओं और प्रशंसकों की ओर से उनकी मृत्यु पर श्रद्धांजलियाँ अर्पित की जा रही हैं, जिसमें उनके भारतीय सिनेमा के योगदान को सराहा गया और उनकी अनुपस्थिति का अहसास किया गया।
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