
📅 दिनांक: 12 जुलाई 2025
📝 लेखक: Aman Kumar
📍 स्थान: कोझीकोड, केरल
🔷 परिचय:
12 जुलाई 2025 को एयर इंडिया की फ्लाइट AI 1344 के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर ने पूरे देश को दहला दिया। यह हादसा कोझीकोड एयरपोर्ट पर हुआ जब विमान दुबई से आ रहा था। भारी बारिश के कारण रनवे पर विमान फिसल गया और दो टुकड़ों में टूट गया। इस दुखद घटना में कई जानें गईं, दर्जनों यात्री घायल हुए, और एक बार फिर भारत में विमान सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठे।
📌 फ्लाइट से जुड़ी मूल जानकारी:
विषय | विवरण |
---|---|
फ्लाइट नंबर | AI 1344 |
एयरलाइन | एयर इंडिया एक्सप्रेस |
उड़ान मार्ग | दुबई से कोझीकोड |
यात्री और क्रू की संख्या | 184 यात्री + 6 क्रू (कुल 190) |
मृतकों की संख्या | 18 (जिसमें दोनों पायलट शामिल) |
घायल यात्रियों की संख्या | 100+ |
दुर्घटना समय | रात 7:45 बजे |
🌧️ दुर्घटना का मुख्य कारण क्या था?
DGCA (Directorate General of Civil Aviation) और AAIB (Aircraft Accident Investigation Bureau) की प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, दुर्घटना का मुख्य कारण खराब मौसम और रनवे की बनावट रही। कोझीकोड एयरपोर्ट एक Tabletop Runway है, जो पहाड़ी इलाके में स्थित होता है।
लैंडिंग के समय भारी बारिश हो रही थी और रनवे पर पानी जमा था। विमान को लैंडिंग के दौरान पर्याप्त ब्रेकिंग स्पेस नहीं मिला, जिससे वह रनवे से फिसलकर खाई में जा गिरा और दो हिस्सों में टूट गया।
🧑✈️ पायलटों की भूमिका और बहादुरी
विमान के पायलट कैप्टन दीपक वसंत साठे एक रिटायर्ड वायुसेना अधिकारी थे और उनके पास 10,000 घंटे से अधिक का उड़ान अनुभव था। सह-पायलट भी अनुभवी थे। दोनों ने लैंडिंग के प्रयास के दौरान आखिरी समय तक विमान को नियंत्रित करने की कोशिश की, लेकिन विमान रनवे पार कर गया।
हादसे में दोनों पायलटों की मृत्यु हो गई, परंतु उनकी कोशिशों के कारण कई यात्रियों की जान बच सकी। उन्हें मरणोपरांत सम्मान देने की मांग देशभर में उठी।
🚑 राहत और बचाव कार्य
घटना के तुरंत बाद स्थानीय प्रशासन, पुलिस, और NDRF की टीमों ने बचाव कार्य शुरू किया। अंधेरे और बारिश के बावजूद स्थानीय लोगों ने भी बचाव में मदद की। घायलों को पास के मेडिकल कॉलेज और प्राइवेट हॉस्पिटल्स में भर्ती कराया गया।
सरकार ने गंभीर रूप से घायलों को एयरलिफ्ट कर इलाज के लिए अन्य शहरों में भेजा। प्रधानमंत्री राहत कोष से सहायता राशि भी घोषित की गई।
🧾 सरकारी जांच और रिपोर्ट्स
DGCA और AAIB की जॉइंट टीम ने ब्लैक बॉक्स (Flight Data Recorder और Cockpit Voice Recorder) बरामद कर लिया और जांच शुरू की। रिपोर्ट में इन बातों पर फोकस किया गया:
- रनवे का डिज़ाइन और सुरक्षा व्यवस्था
- मौसम विभाग की ओर से अलर्ट
- एयर ट्रैफिक कंट्रोल से मिले निर्देश
- पायलटों की निर्णय प्रक्रिया
अभी तक की रिपोर्ट में किसी तकनीकी खराबी का ज़िक्र नहीं है, परंतु लैंडिंग की रणनीति और रनवे की सतह की समीक्षा की जा रही है।
⚙️ क्या सुधार किए जा सकते हैं?
- Tabletop रनवे पर रनवे एंड सेफ्टी एरिया (RESA) बढ़ाना चाहिए।
- खराब मौसम में लैंडिंग के नियम सख्त करने चाहिए।
- एयर ट्रैफिक कंट्रोल को बेहतर उपकरण देने चाहिए।
- पायलटों को खराब मौसम में Tabletop लैंडिंग के विशेष ट्रेनिंग देनी चाहिए।
- सभी रनवे की सुरक्षा का वार्षिक ऑडिट होना चाहिए।
💬 यात्रियों की प्रतिक्रिया और अनुभव
कई यात्रियों ने बताया कि विमान लैंडिंग के समय अस्थिर था और तेजी से नीचे आ रहा था। कुछ यात्री तो सुरक्षा बेल्ट लगाए बिना बैठे थे, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं।
एक यात्री ने बताया:
“हमने जोर का झटका महसूस किया और फिर सब अंधेरा हो गया। जब होश आया, तब हम खाई में थे। स्थानीय लोग और फोर्स ने हमें बाहर निकाला।”
📢 सरकारी घोषणा और मुआवजा
- मृतकों के परिजनों को ₹10 लाख
- गंभीर रूप से घायलों को ₹2 लाख
- सामान्य घायलों को ₹50,000
- एयर इंडिया ने हर यात्री के लिए बीमा कवर एक्टिवेट किया है।
- DGCA ने कोझीकोड एयरपोर्ट पर खराब मौसम में लैंडिंग पर अस्थाई रोक लगाई है।
❓ अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)
Q1: यह हादसा कब और कहाँ हुआ था?
उत्तर: 12 जुलाई 2025 को कोझीकोड, केरल के एयरपोर्ट पर।
Q2: विमान में कितने लोग सवार थे?
उत्तर: फ्लाइट में 190 लोग थे – 184 यात्री और 6 क्रू मेंबर।
Q3: हादसे का कारण क्या बताया गया है?
उत्तर: खराब मौसम, रनवे की स्थिति और Tabletop एयरपोर्ट का डिज़ाइन।
Q4: क्या ब्लैक बॉक्स मिल गया है?
उत्तर: हाँ, फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर और वॉयस रिकॉर्डर जांच एजेंसियों के पास हैं।
Q5: क्या भविष्य में ऐसे हादसे रोके जा सकते हैं?
उत्तर: हाँ, यदि मौसम की सख्त मॉनिटरिंग, रनवे डिज़ाइन सुधार, और बेहतर पायलट प्रशिक्षण सुनिश्चित हो।